भारत के 'मसाला किंग' धर्मपाल गुलाटी का हुआ निधन, टॉप ट्रेंड करने लगा एमडीएच

भारत के मसाला किंग और एमडीएच मसाला के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का गुरुवार को शहर के अस्पताल में निधन हो गया. सूत्रों ने बताया कि गुलाटी (97) का माता चनन देवी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. खबरों के मुताबिक उनका कोविड-19 संक्रमण के बाद का इलाज चल रहा था और गुरुवार सुबह हृदय गति रुकने से उनका निधन हुआ. 




खबरों के मुताबिक, वह दिल्ली में हफ्तों तक अस्पताल में रहे थे. उनकी मौत गुरुवार की सुबह हृदय गति रुकने के कारण हुई. उनका जन्म 27 मार्च 1923 को सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में हुआ था और वह विभाजन के बाद भारत आ गए और दिल्ली में अपना व्यवसाय स्थापित किया. ‘महाशियां दी हट्टी' (एमडीएच) की स्थापना उनके दिवंगत पिता महाशय चुन्नी लाल गुलाटी ने की थी.



वह अपने पिता के मसाले के व्यवसाय में शामिल हो गए, 'महाशियां दी हट्टी' के नाम से, जिन्हें उन दिनों 'देगी मिर्च' के नाम से भी जाना जाता था. धर्मपाल गुलाटी ने अकेले इस ब्रांड को दुनिया सा सबसे पॉपुलर ब्रांड बनाया. उन्होंने दिल्ली के करोल बाग मार्केट में अजमल रोड से इसकी शुरुआत की. उन्होंने 1959 में 1500 रुपये से बिजनेस शुरू किया था. आज MDH दुनिया भर में विभिन्न देशों को निर्यात के साथ एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ब्रांड है.



मसाला किंग के नाम से मशहूर गुलाटी को 2019 में देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. धर्मपाल गुलाटी न केवल एक सफल व्यवसायी थे, बल्कि एक प्रसिद्ध परोपकारी भी थे. कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर, उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 7,500 पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) किट दान किए.





धर्मपाल गुलाटी के निधन के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सेलिब्रिटी शेफ रणवीर बराड़ सहित कई नामचीन हस्तियों ने रिएक्शन्स दिए हैं.